त्वचा से लेकर पूरे शरीर को होते हैं गजब के फायदे No Further a Mystery



ऐसे में एबीसी डिटॉक्स ड्रिंक आपके लिए एक सही विकल्प है. जानिये कैसे...

बाकी कई चाय की तरह गुलदाउदी चाय में शुगर की मात्रा कम होती है और यह आपको पोटैशियम की सही मात्रा देने में भी मदद करती है। आपको बता दें कि पोटैशियम की मात्रा में शरीर में सही रहनी चाहिए क्योंकि यह पूरे शरीर में खून के बहाव को अच्छे तरीके से करने में मदद करता है।

आज हम आपको इससे जुड़ी कुछ बातें बता रहे हैं, जिसमें इन जौ से जुड़े शुभ और अशुभ संकेत भी शामिल हैं.

अब हम खुजली की समस्या में आहार संबंधी जानकारी दे रहे हैं।

जैसा कि हम बता चुके हैं कि खुजली कई कारणों से हो सकती है। ऐसे में उस कारण को जानकर उसके अनुसार उपाय अपनाना फायदेमंद होगा। वहीं, दाने वाली खुजली की स्थिति में अच्छा होगा कि घरेलू उपाय की जगह डॉक्टरी उपचार करवाया जाए।

खुजली के घरेलू नुस्खे के लिए आधे कप पानी में दो-तीन बूंद पेपरमिंट ऑयल डालें।

कहते हैं कि बिना कथा और आरती के कोई भी व्रत या उपवास अधूरा माना जाता है. ध्यान रखें कि एकादशी के दिन व्रत करते समय जातक को केवल फलाहार ही ग्रहण करना चाहिए. यहां तक कि रात्रि के समय भी अन्न ग्रहण नहीं किया जाता, बल्कि अगले दिन व्रत का पारण करने के बाद read more ही अन्न ग्रहण किया जाता है.

खुजली का घरेलू उपाय करने के लिए एलोवेरा जेल को प्रभावित त्वचा पर लगाएं।

अगर आप इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप इसको पाउडर के रूप में बाज़ार से खरीद भी सकते हैं लेकिन अगर घर पर इसे बनाना चाहते हैं तो आप इसे बना भी सकते हैं। इसे पाउडर बनाने के लिए सबसे पहले आपको गुड़हल के फूल को पानी से अच्छी तरह से धोना होगा उसके बाद आपको उस एक या दो दिन तक अच्छी तरह से धूप में सुखना है। जब वह सुख जाता है तब उसको मिक्सी की सहायता से अच्छी तरह से पीस लेना है ध्यान रहे कि आपको उसको पूरी तरह सुखाना है उसमे किसी तरह कि नमी मौजूद नहीं होना चाहिए। इस तरह से आप कभी भी गुड़हल का पाउडर बना सकते हैं। चलिए आगे इसके कुछ अलग अलग नामों के बारे में जानते हैं कि इसे क्या क्या नाम से जाना जाता है।

अब इस मिश्रण को सीधे खुजली वाली त्वचा पर लगाएं और इसे सूखने दें।

अगर आप गुड़हल का चाय बनाना चाहते हैं तो आपको हमारे प्रोसेस को फॉलो करना होगा। सबसे पहले आपको एक बर्तन पर पानी डालकर चूल्हे पर लगा देना है। फिर सूखे गुड़हल के फूल को बर्तन में डालना है। उसके बाद गर्म किए हुए पानी को बर्तन में डालना है जिसमे आपने गुड़हल का फूल डाला हुआ है। फिर आपको उसको तब तक रखना है जब तक चाय लाल न हो जाएं। आप इसे छान लें ओर अपने स्वाद अनुसार इसमें सक्कर डाल सकते हैं।

जब पारंपरिक नवरात्रि आहार का पालन करते हैं, तब यह भी करने के लिए सिफारिश की है: 

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